भारत में आज भी 70% लोग कृषि व्यवसाय (एग्रीकल्चर बिजनेस) से अपना घर चलाते हैं। ये गांवों में चलने वाला बिज़नेस है जिसमें आप कम इन्वेस्टमेंट में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। चाहे वह एलोवेरा का बिज़नेस हो या मशरुम का, जनसंख्या बढ़ने के कारण हर फार्मिंग बिज़नेस की डिमांड भी बढ़ रही है। इसलिए इस आर्टिकल में अलग-अलग कृषि व्यवसाय करने के बिजनेस आइडिया और एग्रीकल्चर बिज़नेस प्लान की जानकारी दी गयी है जिसकी मदद से आप भी अपना खुद का कृषि व्यवसाय शुरू कर सकते है।
इस आर्टिकल में हम आपको नीचे दिए गए कृषि व्यवसाय प्लान के बारे में बताएँगे –
कृषि व्यवसाय के आइडिया
स्केल
मुर्गी पालन बिजनेस
मुर्गी पालन या पोल्ट्री फार्मिंग एग्रीकल्चर और फार्मिंग सेक्टर में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाले व्यवसायों में से एक है। इस बिज़नेस में इन्वेस्टमेंट 6-7 लाख रुपयों तक की लगती है, लेकिन प्रॉफिट भी बहुत अच्छा होता है। इस बिज़नेस को करने के लिए लाइसेन्स बहुत ज़रूरी होते है। मुर्गी पालन बिज़नेस प्लान में हम आपको इस बिज़नेस की खासियत इंफ्रास्ट्रक्चर, लागत, मुनाफा, लाइसेन्स जैसे महत्वपूर्ण जानकारी देंगे।
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मशरूम की खेती
मशरुम फार्मिंग बहुत कम समय में एक अच्छा प्रॉफिटेबल फार्मिंग बिज़नेस ऑप्शन बन चूका है क्यूंकि पिछले कुछ सालों में मशरुम की डिमांड बढ़ गयी है। पर इस बिजनेस का उत्पादन इसकी डिमांड के हिसाब से नहीं हो रहा है जिस वजह से इस बिज़नेस में किसानों को मुनाफा कमाने का बहुत स्कोप है। मशरुम की खेती में शुरुआत में कम लागत लगती है जिससे किसान अपनी क्षमता और उत्पादन के हिसाब से बढ़ा सकते है। मशरुम फार्मिंग बिज़नेस प्लान में इस कृषि उद्योग से जुड़ी सारी जानकारी मिलेगी जैसे मशरुम की खेती करने के तरीके, लागत, मुनाफा, सरकारी लोन और सब्सिडी इत्यादि।
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एलोवेरा की खेती
एलोवेरा एक ऐसा प्लांट है जो न ही सिर्फ मेडिसिनल औषधि के लिए उपयोग किया जाता है बल्कि यह एक ऐसा प्लांट है जो आज कल रोज़ाना इस्तेमाल होने वाली चीजों में भी यूज किया जाने लगा है, जैसे शैम्पू, कंडीशनर, जूस, साबुन, टूथपेस्ट इत्यादि। एलोवेरा पौधे के औषधि लाभों (मेडिसिनल & कॉस्मेटिक बेनिफिट्स) की वजह से इनकी डिमांड सिर्फ भारत में ही नहीं पर बाहर के देशों में भी है और इसी कारण से एलो वेरा की खेती करने से किसान मोटा मुनाफा कमा सकते है। इस उद्योग में इन्वेस्टमेंट भी बहुत कम लगती है। जाने एलो वेरा फार्मिंग बिज़नेस प्लान की पूरी जानकारी नीचे लिंक पर क्लिक करके।
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मधुमक्खी पालन
मधुमक्खी पालन यानि बीकीपिंग एक अच्छा प्रॉफिटेबल बिज़नेस ऑप्शन है क्यूंकि हनी यानि शहद की डिमांड वैश्विक रूप से बढ़ती जा रही है। भारत देश भर में ‘नेचुरल हनी’ एक्सपोर्ट करता है इसलिए बीकीपिंग बिज़नेस एक बहुत अच्छा बिज़नेस ऑप्शन है और इंडिया में इसका पालन बड़े स्तर पर होता है। मधुमक्खी पालन बिज़नेस प्लान की सारी जानकारी के लिए नीचे क्लिक करें और शुरू करें कम लागत में एक अच्छा प्रॉफिटेबल बिज़नेस।
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डेयरी फ़ार्मिंग
डेयरी सेक्टर एक बहुत बड़ा और ग्रोइंग सेक्टर है। वाइट रेवोलुशन के बाद भारत में मिल्क की डिमांड और सप्लाई बढ़ गयी है और इसके चलते मिल्क बेस्ड प्रोडक्ट्स जैसे कि पनीर, चीज़, दही, बटर इत्यादि की भी डिमांड और उपयोग बढ़ गया है। इसलिए डेरी सेक्टर में बिज़नेस करने के बहुत विकल्प है। डेयरी फार्मिंग एक ऐसा ही बिज़नेस है जिसमें डिमांड के साथ-साथ प्रोडक्ट्स बेचने के मार्केट भी बहुत बढ़ा है।
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जैविक खेती
जैविकी खेती या ऑर्गेनिक फार्मिंग खेती का वो नया तरीका है जिससे आप कम ज़मीन से भी पारम्परिक खेती से 200 गुना अधिक तक मुनाफा कमा सकते है क्योंकि जैविक उत्पाद बाजार में महंगे बिकते है। जैविक खेती से फसल विविधता (क्रॉप डाइवर्सिटी) को बढ़ावा मिलता है।
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हमें उम्मीद है कि इस जानकारी से आपको काफी हद तक समझ आ गया होगा कि भारत में छोटे फार्मिंग बिजनेस कैसे शुरू कर सकते हैं। हमने पूरी कोशिश की है कि शुरुवात से अंत तक आपको एग्रीकल्चर बिज़नेस प्लान से जुड़े हर सवाल का जवाब मिल जाये। अगर अभी भी आपको किसी जानकारी की जरुरत हो तो कमेंट में जरूर पूछें। हम आपकी पूरी मदद करेंगे।