इस आर्टिकल को पढ़कर आपको पता चलेगा कि रिज्यूमे या CV क्या होता है और इसकी क्या जरुरत होती है नौकरी पाने के लिए
मेरा नाम आशुतोष भारद्वाज है और मैं Josh Talks में मार्केटिंग हेड हूँ. मैंने अपने 13 साल के करियर में हजारों रिज्यूमे देखे है और दरजनों लोगों को जॉब दी है.
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मैं जानता हूँ कि नौकरी देने वाला कैसे सोचता है, तो मैं आपको बताऊंगा अंदर की बात जो है रिज्यूमे की ऐसी टिप्स है जो मेरे तजुर्बे से मैंने सीखी है.
इस आर्टिकल में जानेंगे कि
- जानिये रिज्यूमे या सीवी क्या होता है
- रिज्यूमे और सीवी में अंतर
- रिज्यूमे की क्या जरुरत है ?
- रिज्यूमे में क्या देखा जाता है ?
पहले जानते है कि रिज्यूमे या सीवी या बायोडाटा क्या होता है और इसकी कहाँ जरुरत होती है?
आर्टिकल के लेखक के बारे में
आशतोष भारद्वाज (B.E | MBA)
Work Experience: Team Lead at Honeywell India | Marketing head at Broomberg Services | Currently VP – Marketing at Josh Talks
आशुतोष को कॉर्पोरेट कम्पनीज और स्टार्ट उप में १३ साल का अनुभव है. उन्होंने अपने करियर में काफी सरे लोग रिक्रूट करे है इसलिए उनको रिज्यूमे बनाने के बारे में और जॉब इंटरव्यू का काफी एक्सपीरियंस है.
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रिज्यूमे या CV का मतलब क्या होता है ?
जब भी आप किसी नौकरी के लिए अप्लाई करते है तो आपका CV या रिज्यूमे माँगा जाता है. यह एक डाक्यूमेंट होता है जिसमें आपकी प्रोफेशनल और पर्सनल क्वालिफिकेशन लिखी होती है.
CV का पूरा नाम होता है Curriculum Vitae (करिकलम वीटे) जो एक लैटिन शब्द है. हिंदी में इसका मतलब होता है “जीवन का सार” या “जिन्दगी की कहानी”
आपको रिज्यूमे में वो सब कुछ लिखना चाहिए जिसकी जरुरत जॉब देने वाले को होती है, जैसे कि
- आपने क्या-क्या पढ़ाई कर रखी है.
- आपने कहाँ और क्या नौकरी करी है (अगर आप फ्रेशर नहीं हो तो).
- आपके पास कौन सी वो खूबियाँ या स्किल है जो नौकरी में काम आ सकती है.
रिज्यूमे और CV में क्या अंतर है ?
हमारे लिए दोनों एक ही चीज है. वैसे तो रिज्यूमे CV का संक्षिप्त रूप होता है लेकिन आजकल दोनों शब्दों के बीच कोई अंतर नहीं है. रिज्यूमे को बायोडाटा भी कहा जाता है.
अंदर की बात टिप 1
रिज्यूमे या CV या फिर बायोडाटा एक पेज का ही होना चाहिए.
कुछ लोग कहते है कि CV और रिज्यूमे अलग होते है क्योंकि CV एक पेज से ज्यादा का हो सकता है.
यह गलत है. रिज्यूमे, CV या बायोडाटा एक ही पेज का होना चाहिए. 20 – 20 साल के अनुभव वालों का भी रिज्यूमे एक ही पेज का होता है. सिर्फ PhD के रिसर्चर या वैज्ञानिकों का रिज्यूमे 1 पेज से ज्यादा का होता है क्योंकि उनको अपनी रीसर्च के बारे में लिखना होता है. कंपनी वालों के पास इतना समय नहीं होता है कि वो 2-3 पेज का रिज्यूमे पढ़ें. बस बात ख़त्म !
रिज्यूमे की जरुरत क्या होती है ?
जब किसी जॉब के लिए अप्लाई करते है वो पहले आप से रिज्यूमे मांगते है. यह ऐसे ही नहीं किया जाता है. रिज्यूमे बहुत जरूरी होता है नौकरी के लिए.
- रिज्यूमे को देख कर ही नौकरी देने वाली कंपनी समझती है कि आप जॉब के लिए कितने फिट है और कंपनी के लिए कितने फिट.
- रिज्यूमे देख कर कंपनी वाले यह पता करते है कि आपको इंटरव्यू के लिए बुलाना चाहिए या नहीं.
- जब इन्टरव्यू होता है तो इंटरव्यू लेने वाला सवाल रिज्यूमे को ही देखकर पूछते है.
इसलिए जरूरी है कि आप एक अच्छा सा रिज्यूमे बनाएं, ऐसा रिज्यूमे जिसको देखते ही नौकरी देने वाला आपको इंटरव्यू के लिए बुला दें.
अंदर की बात टिप 2
अगर आपके रिज्यूमे सबसे अलग और बढ़िया है तो नौकरी मिलने के चांस बढ़ जाते है.
ज्यादातर रिज्यूमे एक जैसे ही बनाये जाते है लेकिन कई बार लोग कुछ अलग तरह से भी बनाते है जिसके चलते उन्हें जॉब मिलने के चांस बढ़ जाते है.
“मैंने हज़ारों रिज्यूमे देखे है जीवन में. कुछ को छोड़ कर सब एक जैसे लगते है. जब मुझे कोई रिज्यूमे दिखता है जो अच्छा बना हुआ है और जिसमें लगता है कि कैंडिडेट ने कुछ मेहनत की है तो मैं इंटरव्यू से पहले ही दिमाग बना लेता हूँ कि इस कैंडिडेट को सेलेक्ट कर लो. जिसने रिज्यूमे बनाने में इतनी मेहनत की है वह अच्छा कैंडिडेट तो होगा ही”.
कंपनी वाले आपके रिज्यूमे में क्या देखते है ?
एक CV पर रिक्रूटर महज 6 सेकंड ही लगाते है. तो CV में वही होना चाहिए जो वो देखना चाहते है. तो आपका रिज्यूमे ऐसा होना चाहिए कि सिर्फ 6 सेकंड में ही आपकी गुणवत्ता को पहचान सकें और इंटरव्यू के लिए कॉल कर दें.
आप इंटरव्यू में रिज्यूमे लेकर जाते हो और उसी पर पूरा इंटरव्यू होता है उसमें से ही सवाल किये जाते है.
कंपनी वाले आपके रिज्यूमे में यह सब देखना चाहते है:
- जिस किसी भी नौकरी के लिए आपने अप्लाई किया है उसके लिए आप क्वालिफाइड होने चाहिए.
- अगर आप फ्रेशर है तब तो कंपनी आपको प्रशिक्षण देगी, लेकिन फिर भी जॉब देने वाले चाहते है कि रिज्यूमे में निकलकर आयें कि आप मेहनत कर सकते है और अच्छा काम कर सकते है.
अंदर की बात टिप 3
अच्छे रिज्यूमे से आप नौकरी देने वाले की जिंदगी आसान कर रहे है.
आप से ज्यादा टेंशन रिज्यूमे की रिक्रूटर को होती है क्योंकि किसी भी नौकरी के लिए 50 से 100 रिज्यूमे आते है और उसमें से कुछ ही को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है. कंपनी रिक्रूट इसलिए करती है क्योंकि उन्हें लोगों की जरुरत होती है और अगर सही कैंडिडेट नहीं मिलता है तो उनका काम रुकता है और रिक्रूटर को अपने बॉस से भी सुनना पड़ता है. इसलिए अच्छा रिज्यूमे बनाकर आप नौकरी देने वाले की मदद करते है.
आशा है कि आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा कि रिज्यूमे, सीवी या बायोडाटा का क्या मतलब होता है.
अगर आप नौकरी ढूंढ रहे है तो जल्द से जल्द अपना अच्छा सा रिज्यूमे बना दीजिये.
रिज्यूमे का फॉर्मेट क्या होता है और रिज्यूमे कैसे बनाया जाता है इसके बारे में भी आपको आर्टिकल जरूर पढ़ना चाहिए.
जॉब के लिए रिज्यूमे फॉर्मेट और एमएस वर्ड में कैसे बनाते है
अब आपको मैं बताउंगा कि आधुनिक दौर में रिज्यूमे कैसे बनाया जाना चाहिए, और साथ ही आप सीखेंगे कि फ्रेशर या अनुभव वाले व्यक्तियों को रिज्यूमे कैसे बनाया जाता है. तो आप नीचे बटन पर क्लिक करके आसानी से उसके बारे में पढ़ सकते है.
नोट: इस आर्टिकल का अनुवाद इंग्लिश से हिंदी में राजू ने किया है
Sir …
Kis tarah ka resume hona chahiye…
Koee pic ho to bhejiye sir plz ???
aap blog ko padhiye ismein kuch format diye gaye hai.
Sir resume dalo example tor par
जी बिलकुल