UPSC Civil Services (IAS/IPS/IRS/IFS) 2020 ki notification ki aa chuki hai.
इंडियन पुलिस सर्विस (आईपीएस) हमारे देश के पुलिस डिपार्टमेंट में सबसे बड़ी पोजीशन होती हैं. आईपीएस अफसर बनना लाखों लोगों का सपना होता हैं और हर साल काफी स्टूडेंट्स इस सरकारी नौकरी के लिए अप्लाई करते हैं. आईपीएस अफसर की पोस्ट को बहुत अच्छे प्रोफेशन में से एक माना जाता हैं. अगर आपके अंदर चाह हैं देश की सेवा करने की और आईपीएस अफसर बनने तो इस आर्टिकल को पढ़ें। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताएँगे कि आईपीएस कैसे बन सकते है से जुड़ी सारी जानकारी।
आप जानेंगे इन टॉपिक के बारे में…
यूपीएससी की जानकारी
आईपीएस अफसर बनने के लिए आपको यूपीएससी द्वारा आयोजित कारवाई जाने वाली सीएसई एग्जाम देना होता हैं जिसका एग्जाम साल में 1 बार होता हैं. इस परीक्षा के लिए 10 लाख से ज़्यादा स्टूडेंट्स हर साल अप्लाई करते हैं पर इस पोस्ट में कुछ ही स्टूडेंट्स का सिलेक्शन होता है. ये एग्जाम पास करने के बाद रैंक के हिसाब से आईपीएस, आईएएस, आईआरएएस और आईएफ़एस की पोजीशन मिलती हैं.
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आईपीएस ऑफिसर कौन होते है
आईपीएस का पूरा नाम इंडियन पुलिस सर्विस होता है। आईपीएस अफसर सीनियर लेवल लीडरशिप प्रोवाइड करते हैं पुलिस फोर्स को- राज्य और केंद्र में. इंडियन पुलिस सर्विस एक अहम पोस्ट हैं ऑल इंडिया सर्विस की और 1950 में ये कोंस्टीट्यूट हुआ था. दूसरी दो सर्विस ऑल इंडिया सर्विस (एआईएस) की हैं इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (आईएएस) और इंडियन फारेस्ट सर्विस (आईएफएस).
आईपीएस बनने की प्रक्रिया बाकी यूपीएससी की पोस्ट आईएएस और आईएफएस जैसी ही होती हैं. एग्जाम एक जैसे ही होता हैं सीएसई (सिविल सर्विसेज एग्जामिनेशन) जो यूपीएससी आयोजित करवाती हैं, बस फर्क रैंक का आता हैं. सबसे टॉप रैंक वाले कैंडिडेट्स आईएएस अफसर बनते हैं और उसके बाद रैंक वाले आईपीएस अफसर बनते है. तो ये पोस्ट रैंक के अनुसार होते हैं जो सिलेक्शन प्रोसेस के फाइनल मेरिट लिस्ट में क्लियर होता हैं. इसलिए हर साल हमारे देश में सिर्फ 150 के आस पास आईपीएस ऑफिसर्स बनते हैं।
आईपीएस ऑफिसर काम करते हैं सीनियर पुलिस ऑफिसर के रूप में। आईपीएस ऑफिसर मेन्टेन करते हैं पब्लिक पीस और ऑर्डर क्राइम्स को रोकते है, जांचबीन और इंटेलिजेंस करते है और आतंकवाद को ख़तम करने का काम करते है.
आईपीएस ऑफिसर की ड्यूटी
आईपीएस एक जॉब नहीं हैं बल्कि एक ज़िम्मेदार ड्यूटी हैं. ड्यूटी अपने देश को सुरक्षित करने की और सोसाइटी में एक बदलाव लाने की है. नीचे हमने लिस्ट के हिसाब से एक आईपीएस अफसर के जॉब की भूमिकाएँ बताई हैं-
1. आईपीएस ऑफिसर देश का लॉ एंड आर्डर मेन्टेन करते हैं और पुलिस फोर्स में कोई रेगुलेशन लाना होता हैं तो वो उनके थ्रू ही होता हैं. एसपी/एसएसपी के रूप में ये डिस्ट्रिक्ट पुलिस को कण्ट्रोल करते हैं और अपने अंडर की पुलिस फोर्स की सारी पावर होती है.
2. इंडियन पुलिस सर्विस ऑफिसर अप्पोइंट हो सकते हैं ऑटोनोमस ऑर्गनाइजेशन/सब-ऑर्डिनेट,ऑर्गनाइजेशन/पीएसयू/यूएन, ऑर्गनाइजेशन/ इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन में. वो पर्सनल सेक्रेटरी के रूप में भी सेवा कर सकते हैं मिनिस्टर को (सेंट्रल गवर्नमेंट).
3.आईपीएस ऑफिसर सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ़) को लीड और कमांड करते हैं जिसमें अलग-अलग सिक्योरिटी फोर्स आती है जैसे कि सेंट्रल पुलिस ऑर्गनाइजेसन (सीपीओ) और सेंट्रल पैरामिलिटरी फोर्सेज (सीपीएफ़), बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ़), सेंट्रल रिज़र्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ़), इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी), नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी), सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (सीआईएसएफ़), विजिलेंस ऑर्गनाइजेशन इंडियन फ़ेडरल लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी।
4. आईपीएस ऑफिसर इंडियन इंटेलिजेंस एजेंसी जैसे रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ), इंटेलिजेंस ब्यूरो, सेंट्रल ब्यूरो ऑफ़ इंवेस्टीगेशन, (सीबीआई) क्रिमिनल इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) इत्यादि को भी लीड और कमांड करते हैं.
आईपीएस की सैलरी
आईपीएस अफसर की सैलरी भारत में शुरुआत में 56,100 लगभग होती हैं. (डीए, एचआरए इत्यादि एक्स्ट्रा होता हैं). ये 7वें पे कमीशन रिकमेन्डेशन के बाद होती हैं. आईपीएस ऑफिसर की सैलरी उनके रैंक्स के हिसाब से हमने नीचे बताई है।
पदनाम या IPS रैंक राज्य पुलिस / केंद्रीय पुलिस बल | 7 वें वेतन आयोग के अनुसार वेतन |
पुलिस महानिदेशक | ₹ 2,25,000 |
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक | ₹ 2,05,400 |
पुलिस महानिरीक्षक | ₹ 1,44,200 |
पुलिस उपमहानिरीक्षक | ₹ 1,31,100 |
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक | ₹ 78,800 |
अपर पुलिस अधीक्षक | ₹ 67,700 |
पुलिस उप अधीक्षक | ₹ 56,100.00 |
आईपीएस ऑफिसर के लिए योग्यता
- राष्ट्रीयता
- आईपीएस अफसर बनाने के लिए नॅशनलिटी इंडियन होनी चाहिए. जिसका मतलब इंडियन सिटीजन ही इस पोस्ट के लिए अप्लाई कर सकता हैं.
2. शैक्षिक योग्यता
- आईपीएस अफसर बनने के लिए और सीएसई देने के लिए एक कैंडिडेट को ग्रेजुएट होना बहुत ज़रूरी हैं. इस से फरक नहीं पड़ता कि किस स्ट्रीम से या कौनसे कोर्स में ग्रेजुएशन की है, बस ग्रेजुएट की डिग्री होनी चाहिए एक रेकेमंड इंडियन यूनिवर्सिटी से.
रिकोग्नाइज़ यूनिवर्सिटी का मतलब एक यूनिवर्सिटी जो इंकॉर्पोरेटेड हो ‘एक्ट ऑफ़ पार्लियामेंट’ में या फिर एक यूनिवर्सिटी जो एक डीम्ड यूनिवर्सिटी हो, यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यूजीसी) के द्वारा. - इसके अलावा ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स भी अपीयर कर सकते हैं प्रिलिमिनरी एक्सामिनेशन के लिए.
- कैंडिडेट्स जिनके पास मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से प्रोफेशनल और टेक्निकल डिग्री हैं वो भी एलिजिबल होते है इस पोस्ट के लिए.
- आईपीएस अफसर के लिए यूपीएससी प्रोविशनल बेसिस पे भी कुछ कैंडिडेट्स को एडमिट करेगा जिनके पास एमबीबीएस की डिग्री हो या कैंडिडेट्स जिन्होंने कोई और मेडिकल एग्जाम पास करा हो अपनी इंटर्नशिप खत्म करें बिना. इसके लिए कैंडिडेट्स को अपने यूनिवर्सिटी के सर्टिफिकेट की कॉपी सबमिट करनी होगी अपने आईपीएस के ऑनलाइन एप्लीकेशन के साथ.
आयु सीमा | प्रयासों की संख्या |
सामान्य: 21-32 वर्ष | 6 |
ओबीसी श्रेणी: 21- 35 वर्ष | 9 |
आरक्षित श्रेणी: 21- 37 वर्ष | कोई सीमा नहीं |
नो लिमिट का मतलब है प्रयासों की कोई सीमा नहीं हैं और कितनी भी बार एग्जाम में भाग ले सकते हैं.
विकलांग उम्मीदवारों की आयु सीमा 42, 45 और 47 साल सामान्य, ओबीसी और एससी/एसटी क्रमशः है।
सामान्य और ओबीसी के उम्मीदवारों को 9 मौके मिलते है और एससी/एसटी असीमित बार अप्लाई कर सकते है।.
4. शारीरिक योग्यता
आईपीएस पोस्ट के लिए फिजिकल रिक्वायरमेंट का मेजर रोल होता हैं और सिलेक्शन नहीं होता अगर ये योग्यताएँ पूरी नहीं हो तो. इसलिए ये सब योग्यताएँ आप पहले देखें और फिर ही अप्लाई करें।
क्रियाकलाप | IPS फिजिकल एलिजिबिलिटी पुरुषों के लिए | IPS फिजिकल एलिजिबिलिटी महिलाओं के लिए |
ऊंचाई | 165 सेमी एसटी के लिए और 160 सेमी एससी / ओबीसी के लिए | 150 सेमी एसटी के लिए और 145 सेमी एससी / ओबीसी के लिए |
छाती | न्यूनतम 84 सेमी और 5 सेमी फुलाना होगा | न्यूनतम 79 सेमी और 5 सेमी फुलाना होगा |
नज़र | 6/6 या 6/9 दूर दृष्टि | 6/12 या 6/9 for worst eye. नजदीकी दूरी के लिए J 1 और J2 worst eye के लिए |
आईपीएस अफसर बनने के लिए और मेडिकल रिक्वायरमेंट होती हैं फिजिकल फिटनेस के आलावा
- ब्लड प्रेशर (High): Age 23 – 123; Age 24 – 124; Age 25 – 122; Age 28 – 124; Age 30 – 125; Age 32 – 126; Age 34 – 127
- कान की अच्छी सुनने की क्षमता होनी चाहिए और नार्मल एयर कैविटी; 1000-4000 फ्रीक्वेंसी तक होनी चाहिए. हियरिंग इम्पेयरमेंट 30 डिबल्स से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए.
- कैंडिडेट हकलाना नहीं चाहिए.
- टेस्ट के दौरान महिला उम्मीदवार गर्भवती नहीं होनी चाहिए।
- कलरब्लिंड टेस्ट के लिए हाई स्टैण्डर्ड होना चाहिए. इन्हेरेंट नाईट ब्लाइंडनेस नहीं होनी चाहिए. विज़न स्टेरोस्कोपिक होनी चाहिए.
- कुछ फिजिकल स्टैण्डर्ड भी बहुत ज़रूरी हैं आईपीएस अफसर बनने के लिए जो हैं हफ्ते में 10 किलोमीटर भाग पाना 60 मिनट में, रोप क्लिम्बिंग और हॉर्स राइडिंग कर पाना इत्यादि।
आईपीएस एप्लिकेशन प्रोसेस
सबसे पहला और महत्वपूर्ण स्टेप होता है एप्लीकेशन का, कैंडिडेट्स को आईपीएस के पेपर में भाग लेने के लिए आईपीएस का एप्लीकेशन फॉर्म भरना पड़ता है. यह फॉर्म यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होता है। फॉर्म के लिए क्लिक करें.
परीक्षा की महत्वपूर्ण तारीखें
कार्यक्रम | दिनांक |
ऑनलाइन आवेदन करने की प्रारंभिक तिथि | 2020/12/02 |
ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि | 2020/03/03 |
शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि (ऑफलाइन) | 2020/02/03 |
शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि (ऑनलाइन) | 2020/03/03 |
ऑनलाइन आवेदन वापस लेने की तिथि | 12 से 18-03-2020 शाम 6:00 बजे तक |
प्रारंभिक परीक्षा की तिथि | 31-05-2020 |
- कैंडिडेट्स को सलाह दी जाती है कि वह पहले अपनी एलिजिबिलिटी चेक कर लें एप्लीकेशन फॉर्म भरने से पहले क्यूंकि अयोग्य उम्मीदवारों को यूपीएससी कैंसिल कर देती है.
- किसी भी मुश्किल को अवॉयड करने के लिए कैंडिडेट्स को सलाह दी जाती है आईपीएस एप्लीकेशन फॉर्म ड्यू डेट से पहले ही भर दें.
- हर साल एक बारी यूपीएससी सीएसई का एग्जाम ऑर्गेनाइज़ करवाती हैं जिसे भर के आप आईएएस, आईपीएस, आईएफ़एस बन सकते हैं रैंक के अकॉर्डिंग फाइनल मेरिट लिस्ट में.
- एप्लीकेशन फॉर्म आईपीएस प्रीलिम्स के और आईपीएस मैन के अलग-अलग होते हैं और उन्हें अलग से ही भरना पड़ता है.
आईपीएस कैसे बनें
आईपीएस परीक्षा में तीन राउंड होते है:
- IPS Prelims (Round 1)
- IPS Mains (Round 2)
- Personality Test (Round 3)
आईपीएस के मुख्य परीक्षा के पहले एक प्रिलिम्स एग्जामिनेशन होता है जिसको आईपीएस प्रीलिम्स कहते है। आईपीएस प्रीलिम्स 2 पार्ट्स का होता है- पहला जनरल एबिलिटी टेस्ट (जीएटी) और दूसरा सिविल सर्विस एप्टीटुड टेस्ट (सीएसएटी).
आईपीएस प्रिलिम्स का रजिस्ट्रेशन
जरूरी दस्तावेज़
- दसवीं कक्षा की मार्कशीट
- कक्षा 12 वीं की मार्कशीट
- ग्रेजुएशन मार्कशीट
- चिकित्सा प्रमाण पत्र
- श्रेणी प्रमाण पत्र
- स्कैन की गई तस्वीर
- हस्ताक्षर
- आईपीएस प्रीलिम्स 2019 एडमिट कार्ड: आईपीएस 2019 प्रीलिम्स का एडमिट कार्ड कैंडिडेट्स को अवेलेबल होगा आईपीएस एग्जाम के दो हफ्ते पहले, यह एडमिट कार्ड कैंडिडेट्स ऑफिसियल यूपीएससी की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं. एडमिट कार्ड में इम्पोर्टेन्ट डिटेल्स होती हैं जैसे कि कैंडिडेट का नाम रोल नंबर, फोटो, डेट और वेन्यू.
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया:
1) पंजीकरण:
- ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर अप्लाई फॉर यूपीएससी सिविल सर्विस के लिंक पर क्लिक करें.
- वहां पे अपना नाम, जेंडर, केटेगरी, नॅशनलिटी और बाकि डिटेल्स भरें.
- इसके बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें.
2) फीस:
- ऑफलाइन और ऑनलाइन पेमेंट मेथड्स चुनें।
- ऑफलाइन मोड- कॅश पेमेंट तो SBI के सबसे नजदीकी ब्रांच में और Pay-in-slip जो की पेज पे दिया गया होता है
- ऑनलाइन मोड- डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड या फिर नेट बैंकिंग
- क्लिक करें Pay now पर
(यह स्टेप उन कैंडिडेट के लिए नहीं है जिन्हें फीस में छूट मिली है।)
वर्ग | IPS प्रारंभिक परीक्षा की फीस |
सामान्य OBC उम्मीदवार सिर्फ पुरुष | 100 रुपए |
सभी महिला उम्मीदवार | छूट प्राप्त |
एससी / एसटी / पीएच उम्मीदवार | छूट प्राप्त |
3) पंजीकरण जारी रखें
- फीस भरने के बाद बाकी डिटेल भरें।
- अपना आईपीएस परीक्षा का केंद्र का चयन करें।
- योग्यता और कम्यूनिकेशन डिटेल को ध्यान से भरें।
- वेरिफ़ाई करने के बाद Submit पर क्लिक करें।
4) फोटो अपलोड करें
- क्लिक करें लिंक पर या फिर ब्लैंक स्पेस पर जहां फोटो अपलोड करनी है।
- फोटो चुनें
- उसके बाद अपलोड पर क्लिक करें
- फोटो को वेरिफ़ाई करें
- दुबारा इन स्टेप को रिपिट करें अपने सिग्नेचर की फोटो अपलोड करने के लिए
- अंत में “I agree” पर क्लिक करें
आईपीएस प्रिलिम्स परीक्षा का पैटर्न
IPS प्रारंभिक परीक्षा का पैटर्न | पैटर्न |
परीक्षा मोड | ऑफलाइन |
पेपर की संख्या | 2 – सामान्य योग्यता परीक्षा (GAT) और सिविल सेवा योग्यता परीक्षा (CSAT) |
प्रश्नों की संख्या | पेपर 1- 80; पेपर 2-100 |
प्रश्न पत्र प्रकार | बहुविकल्पी प्रश्न |
IPS प्रीलिम्स कुल अंक | 400 |
परीक्षा का रूप | योग्यता |
परीक्षा की अवधि | हर परीक्षा के लिए 2 घंटे और नेत्रहीन छात्रों के लिए 20 मिनट अतिरिक्त |
परीक्षा की भाषा | अंग्रेजी और हिंदी |
आईपीएस प्रिलिम्स परीक्षा की अंक प्रणाली
- जीएटी के पेपर का हर क्वेश्चन 2 अंक का होता है.
- सीएटी के पेपर का हर प्रश्न ढाई अंकों का होता है।
- हर गलत जवाब के लिए ⅓ अंक काटे जाते है।
- अगर उम्मीदवार ने एक प्रश्न के लिए एक से ज्यादा जवाब दिये तो उसे गलत जवाब माना जाएगा।
- जवाब न देने पर कोई अंक नहीं कटेगा।
- 33% न्यूनतम अंक होते है प्रिलिम्स में क्वालिफ़ाई करने के लिए।
आईपीएस प्रिलिम्स सिलेबस जानने के लिए क्लिक करें
पुस्तकें
पाठ्यक्रम | कवर की जाने वाली किताबें |
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की वर्तमान घटनाएं | समाचार पत्र – हिंदू / इंडियन एक्सप्रेस इंडिया एल्बम – प्रकाशन प्रभागयोजन पत्रिका |
भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन | नई एनसीईआरटी इतिहास की पाठ्यपुस्तकें (6-12 कक्षा)। पुरानी एनसीईआरटी की पुस्तकें। प्राचीन भारत आरएस शर्मा। मध्यकालीन भारत सतीश चंद्र। |
भारतीय राजनीति और शासन संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीति, अधिकार मुद्दे आदि। | भारतीय राजव्यवस्था (M.Laxmikanth) भारत के संविधान का परिचय (डीडी बसु) |
आर्थिक और सामाजिक विकास सतत विकास, गरीबी, समावेश, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल, आदि | कक्षा 11 एनसीईआरटी – भारतीय आर्थिक विकासकेंद्र 12 एनसीईआरटी – परिचयात्मक माइक्रोकॉनोमिक्स क्लास 12 एनसीईआरटी – परिचयात्मक मैक्रोइकॉनॉमिक्स इंडियन इकोनॉमी (रमेश सिंह) |
भारतीय और विश्व भूगोल भौतिक, सामाजिक, भारत और विश्व का आर्थिक भूगोल। | कक्षा 11 एनसीईआरटी – भौतिक भूगोल की मौलिक 11 एनसीईआरटी – भारत भौतिक पर्यावरण क्लस्टर 12 एनसीईआरटी – मानव भूगोल की मौलिक 12 एनसीईआरटी – भारत के लोग और इकोनॉमिक्स सर्टिफिकेट शारीरिक और मानव भूगोल (गोह चेंग रॉन्ग) ऑक्सफोर्ड स्कूल एटलस / ओरिएंट ब्लैकस्वान स्कूल एटलस |
पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे जिन्हें विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है | कक्षा 12 एनसीईआरटी जीवविज्ञान – अंतिम चार अध्याय (अध्याय 13 से 16) शंकर आईपीएस पर्यावरण पुस्तिका |
सामान्य विज्ञान | कक्षा 9 और 10 विज्ञान एनसीईआरटी की किताबें हिन्दू – रविवार विज्ञान और प्रौद्योगिकी पेज साइंस रिपोर्टर पत्रिका |
UPSC CSAT (पेपर – II) पेपर के लिए किताबें
पाठ्यक्रम | कवर की जाने वाली किताबें |
कॉम्प्रिहेंशन लॉजिकल रीजनिंग एंड एनालिटिकल एबिलिटी, डिसिशन-मेकिंग एंड प्रॉब्लम-सॉल्विंग, इंटरपर्सनल स्किल्स इन्क्लूडिंग कम्युनिकेशन स्किल्स. | CSAT मैनुअल: सिविल सेवा प्रारंभिक पेपर -2 (TMH-Tata McGraw-Hill) के लिए सामान्य अध्ययन |
बेसिक न्यूमरेसी (नंबर्स एंड उनके रिलेशन ऑर्डर्स ऑफ़ मगनीटुड इत्यादि.) (क्लास x लेवल), डाटा इंटरप्रिटेशन (चार्ट्स ग्राफ्स टेबल्स डाटा सफ्फिसिएन्सी इत्यादि. क्लास x लेवल). जनरल मेन्टल एबिलिटी. | – |
आईपीएस मैन्स के लिए कैंडिडेट्स प्रीलिम्स देने के बाद क्वालीफाई करते हैं. जो कैंडिडेट्स आईपीएस प्रीलिम्स में 33% या उससे ज़्यादा मार्क्स से क्लियर कर जाते हैं वह कैंडिडेट्स आईपीएस मैन्स जो कि पेपर 2 होता हैं में भाग लेने के लिए क्वालीफाई कर जाते हैं. मैन्स में दो टाइप के पेपर्स होते हैं- एक क्वालीफाइंग पेपर होता है और दूसरा मेरिट पेपर होता है.
क्वालीफाइंग पेपर में दो लैंग्वेज एग्जाम होते हैं एक जो की कैंडिडेट की चॉइस की लैंग्वेज का पेपर और दूसरा इंग्लिश का.
मेरिट पेपर में 7 पेपर होते हैं जो सारे 300 प्रश्नों के होते हैं.
आईपीएस मैन्स में निबंध लेखन और ऑब्जेक्टिव टाइप के प्रश्न होते हैं, सारे पेपर के स्कोर को मिलाकर और साथ ही साथ डायरेक्ट इंटरव्यू के रिजल्ट को मिलाकर एक कैंडिडेट को उसकी रैंकिंग होती है.
परीक्षा का पैटर्न
- हर पेपर 250 अंकों का होता है
- हर पेपर 3 घंटे का होता है, और नेत्रहीन उम्मीदवारों को 30 मिनट अतिरिक्त मिलते है।
- मैन्स एग्जाम में 7 पेपर होंगे
- इस पेपर में प्रश्न दो टाइप होते है ओब्जेक्टिव और सब्जेटिव। प्रश्न अंग्रेजी और हिन्दी दोनों भाषाओं में होते है।
- आईपीएस मैन्स में दो अनिवार्य पेपर में डिवाइड किया हुआ होता है – एक क्वालिफ़ाइंग और एक मेरिट।
क्वालिफ़ाइंग पेपर
पेपर ए: 250 अंकों का होता है और यह पेपर कैंडिडेट अपनी पसंद की भाषा में दे सकता है जो कि भारतीय संविधान की 6 वीं अनुसूची में से ही होनी चाहिए.
पेपर बी: यह पेपर कैंडिडेट को अंग्रेजी में देना होता है और इसमें 250 अंक होते है
मेरिट परीक्षा
यह पेपर कैंडिडेट की इंटेलेक्चुअल और इंटरपर्सनल स्किल्स टेस्ट करने के लिए होता है. इस पेपर के प्रश्न निबंध टाइप के होते है।
पेपर | पेपर का शीर्षक | अंक |
पेपर 1 | निबंध लेखन | 250 अंक |
पेपर 2 | सामान्य अध्ययन- I (भारतीय विरासत और संस्कृति, इतिहास और भूगोल दुनिया और समाज की) | 250 अंक |
पेपर 3 | सामान्य अध्ययन –II (शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध) | 250 अंक |
पेपर 4 | सामान्य अध्ययन-आठवीं (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन) | 250 अंक |
पेपर 5 | सामान्य अध्ययन –IV (नैतिकता, अखंडता, और योग्यता) | 250 अंक |
पेपर 6 | वैकल्पिक विषय – पेपर 1 | 250 अंक |
पेपर 7 | वैकल्पिक विषय – पेपर 2 | 250 अंक |
– | कुल | 1750 के अंक |
आईपीएस मैन्स परीक्षा की अंक प्रणाली
- आईपीएस मैन्स परीक्षा में कुल 1750 अंक होते है।
- हर प्रश्न के 2.5 अंक होते है।
- उम्मीदवार को टेस्ट किया जाएगा- बेसिक अंडरस्टैंडिंग द प्रॉब्लम/सिचुएशन, सलूशन, प्रेजेंटेशन और लैंग्वेज पर.
- इसके अलावा उम्मीदवारों को दो वैकल्पिक पेपर भी देने होते हैं.
इसके बाद सभी इंडियन पुलिस सर्विस अंडरगो करते हैं प्रोबेशनरी ट्रेनिंग में लाल बहादुर शास्त्री नेशनल अकादमी ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन मसूरी और सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी हैदराबाद में. सक्सेसफुल कम्पलीशन ऑफ़ प्रोबेशन के बाद ऑफिसर सर्विस में कनफर्म्ड होते हैं. इसे हम फाउंडेशन कोर्स कहते हैं जो लगभग 15 सप्ताह का होता हैं जो मसूरी में होता हैं. आईपीएस की इंस्ट्रक्शनल ट्रेनिंग नेशनल पुलिस अकादमी हैदराबाद में होती हैं।
प्रशिक्षित ऑफिसर अप्पोइंट हो जाते हैं असिस्टेंट सुपरिन्टेन्डेन्ट ऑफ़ पुलिस (एएसपी) के तौर पर अपने राज्य में जिनके अंडर दूसरे सब रैंक के इंस्पेक्टर्स काम करते हैं.
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पुस्तकें
भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व और समाज का इतिहास और भूगोल। | सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- I | इतिहास: कला और संस्कृति – नितिन सिंघानिया, भारत की आजादी के लिए संघर्ष (बिपिन चंद्र), भारत आजादी के बाद से (बिपिन चंद्र), भूगोल- माजिद हुसैन, इंडियन सोसायटी क्लास 11 एनसीईआरटी पुस्तक – समाजशास्त्र का परिचय 12 एनसीईआरटी बुक – अंडरस्टैंडिंग सोसाइटी |
शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध | सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- II | डीडी बसु द्वारा भारतीय संविधान का परिचय, भारतीय संविधान – पीएम बख्शी, दूसरा एआरसी रिपोर्ट, राजीव सीकरी द्वारा भारतीय विदेश नीति, विदेश मंत्रालय वार्षिक रिपोर्ट |
प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन | सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- III | बजट दस्तावेज़ – भारत का आर्थिक सर्वेक्षण, आपदा प्रबंधन – दूसरा एआरसी रिपोर्ट, सुरक्षा – गृह मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट |
नैतिकता, अखंडता और योग्यता | सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- IV | नैतिकता, अखंडता और योग्यता के लिए लेक्सिकन (सिविल सेवा क्रॉनिकल) |
आईपीएस की तैयारी
आईपीएस के एग्जाम के लिए काफी मेहनत लगती हैं और जो उम्मीदवार कठिन परिश्रम करते हैं और आईपीएस रोल के लिए योग्य होते है वो ही सेलेक्ट और क्वालीफाई करते हैं. आईपीएस अफसर बनने के लिए मेन्टल और फिजिकल दोनों जरूरी होती हैं. इसमें लाखों में स्टूडेंट फॉर्म भरते हैं और उनमें कुछ हज़ार के ही एन्ड में सिलेक्शन हो पता हैं.
इसका मतलब एक स्टूडेंट या कैंडिडेट के आईपीएस क्लियर करने के लिए सिर्फ 0.1% चांस ही होते है. इस जानकारी से हम यह अंदाज़ा लगा सकते हैं कि आईपीएस में कम्पटीशन कितना अधिक होता है. इसलिए यह पेपर क्लियर करने के लिए एक कैंडिडेट को अपनी प्रिपरेशन बहुत अच्छी तरीके से करनी पड़ती है. सालों की मेहनत और पढाई के बाद ही कोई स्टूडेंट या कैंडिडेट आईपीएस का एग्जाम क्लियर कर पाता है. कैंडिडेट्स सेल्फ स्टडी तो करते ही हैं मगर साथ ही साथ वह बाहर से मदद भी लेते हैं जैसे कि:
कोचिंग इंस्टीटूट्स: इन इंस्टीटूशन्स में आईपीएस की फील्ड के एक्सपर्ट्स पढ़ते हैं। स्टूडेंट्स को और उन्हें उनके परीक्षाओं की तैयारी करते हैं. कुछ लोकप्रिय कोचिंग इंस्टीटूट्स के उदाहरण नीचे देख सकते है-
- वाजीराम और रवि आईपीएस कोचिंग इन्स्टीट्यूशन
- चाणक्य अकेडमी
- एएलएस अकेडमी
- श्रीराम अकेडमी
ऑनलाइन कोचिंग: आज के समय में हमारे पास इतनी एडवांस टेक्नोलॉजी का एक्सेस है कि अभी हम घर बैठे-बैठे आईपीएस के लिए तैयारी कर सकते हैं. ऑनलाइन कोचिंग एक बहुत ही सस्ता विकल्प है पढ़ने का. ऑनलाइन कोचिंग ऍप्लिकेशन्स के उदाहरण हैं अनअकेडमी, बायजूस इत्यादि।
मोक टेस्ट: मोक पेपर देना किसी भी एग्जाम से पहले बहुत अच्छा माना जाता है क्यूंकि इससे:
- उम्मीदवार को परीक्षा का अंदाजा लग जाता है।
- पता चल जाता है कि उनकी तैयारी कैसी चल रही है,
- काफी आईपीएस ऑफिसर के टच में आप आ सकते है और उनसे कुछ टिप्स सकते है कि आप आईपीएस ऑफिसर कैसे बनें।
- पूरे सिलेबस का रिविज़न हो जाता है।
- असली परीक्षा का ट्राइल रन हो जाता है और
- उम्मीदवारों को टाइम मैनेजमेंट का पता चल जाता है।
इस टेस्ट के लिए वह कैंडिडेट्स क्वालीफाई करते हैं जो कैंडिडेट्स आईपीएस मैन्स एग्जाम क्लियर या क्वालीफाई कर जाते हैं. पर्सनलिटी टेस्ट में साइकोमेट्रिक टेस्ट, असेसमेंट टेस्ट और पर्सनल इंटरव्यू होते हैं.
परीक्षा का पैटर्न
- मैन्स से क्वालीफाई करने वाले कैंडिडेट्स एलिजिबल होते हैं पर्सनालिटी टेस्ट के लिए।
- इस टेस्ट का उद्देश्य ये होता है कि कैंडिडेट्स की सूटेबिलिटी टेस्ट करने की लिए एज अ करियर इन पब्लिक सर्विस. यह सूटेबिलिटी एक बोर्ड टेस्ट करती है जो निष्पक्ष और कम्पीटेंट ऑब्जर्व से बनी होती है।
- इस टेस्ट का मुख्य उद्देश्य होता है उम्मीदवार का मेंटल टेस्ट करना।
- जो क्वालिटीज़ कैंडिडेट्स की जज होती हैं वह है- मेन्टल अलर्टनेस, क्रिटिकल पावर्स ऑफ़ असिमिलेशन, क्लियर और लॉजिकल एक्सपोसिशन, बैलेंस ऑफ़ जजमेंट, वैरायटी और डेप्थ ऑफ़ इंटरेस्ट, एबिलिटी फॉर सोशल कोहेशन और लीडरशिप, इंटेलेक्चुअल और मोरल इंटीग्रिटी।
- यह टेस्ट उम्मीदवारों की पहली पसंद की भाषा पर होता है।
- इस इंटरव्यू में 275 अंक पर ग्रेड किया जाता है. इससे आईपीएस के कुल अंक 1750 हो जाते हैं (मैन्स) + 275 (पर्सनलिटी टेस्ट) = 2,025 अंक।
- इस ग्रैंड टोटल के आधार पर उम्मीदवारों को ग्रेड किया जाता है और फिर फ़ाइनल इंटरव्यू में बुलाया जाता है।
परीक्षा के दिन के कुछ दिशा निर्देश
- उम्मीदवार कोई अतिरिक्त रफ शीट नहीं लेकर जा सकते है, वो परीक्षा केंद्र में दी जाती है।
- जो चीज़ें कैंडिडेट्स सेंटर में लेकर नहीं जा सकते हैं उनके उदाहरण हैं- लॉग टेल्स, कैलकुलेटर्स, मैप्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, नोट्स, लूज शीट्स, बुक इत्यादि। अगर इनमें से कुछ भी किसी भी कैंडिडेट के पास मिला तो उस कैंडिडेट का पेपर कैंसिल हो जाता है।
- एग्जाम हॉल के अंदर किसी भी तरीके का दुर्व्यवहार सहा नहीं जाता है।
- उम्मीदवारों को ब्लैक बॉल पॉइंट पेन अपने साथ लेकर जाना चाहिए।
- उम्मीदवारों को याद से अपना आईपीएस का एडमिट कार्ड लेकर जाना चाहिए।
- परीक्षा के दिन समय पर जाना चाहिए।
हर साल 150 के आस पास आईपीएस ऑफिसर बनते हैं. लास्ट रैंक जितने तक आईपीएस ऑफिसर बनते हैं वो लगभग 250 होती हैं. ये जनरल केटेगरी का हमने आपको बताया, लेकिन ये भी कभी कभी बदलता हैं और कभी कबार 267 तक चला जाता हैं.
ओबीसी की रैंक 600 के आसपास तक होनी चाहिए. एससी/एसटी केटेगरी के लिए 900 के आस पास तक रैंक होनी चाहिए, ये कुछ फिक्स्ड नहीं हैं और हमने आपको एक एस्टीमेट दिया हैं पिछले साल के हिसाब से. हर साल पोस्टिंग वैकेंसी के हिसाब से होती हैं. अगर आपको 2018 की कट ऑफ के बारे में जानना हैं तो यहाँ क्लिक करें.
आईपीएस से जुड़े कुछ सवाल जवाब
सिर्फ तीन मोड में रिक्रूटमेंट होती हैं आईपीएस के लिए और वो हैं:
1) सिविल सर्विस एग्जामिनेशन
2) कोम्पेटेटिव परीक्षा
3) स्टेट पुलिस ऑफिसर के प्रोमोशन से
आईपीएस के तैयारी के लिए विषय और सिलेबस हमने यहाँ बताये हैं. क्लिक करें।
आईपीएस के लिए कोई विषय से फर्क नहीं पड़ता हैं. बस जो न्यूनतम योग्यता होती हैं वो ग्रेजुएशन किया हुआ होना चाहिए.
जो कैंडिडेट्स आईपीएस छाती के फुलाने के मेडिकल टेस्ट में पास नहीं होते हैं वो इसके लिए अपील कर सकते हैं।
आईएएस कैसे बनें, जानिए पूरी जानकारी
हम आशा करते हैं कि इस ब्लॉग को पूरा पढ़कर आपको सारी ज़रूरी जानकारी मिल गयी होगी कि आईपीएस अफसर कैसे बने से जुड़ी। फिर भी आपको कोई प्रश्न हैं तो आप नीचे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं और हम उसका रिप्लाई करने की पूरी कोशिश करेंगे।